एसबीआई वेल्थ हब में ग्राहकों को मिलेगी बेहतरीन सेवाएं

राज्य की 57 शाखाओं का अन्य शाखाओं में होगा विलय : रजनीश कुमार


 



 


 


रांची, एसबीआई के चेयरमैन राजनीश कुमार ने डोरंडा शाखा स्थित एसबीआइ वेल्थ हब का उद्घाटन शुक्रवाल को किया। कुमार ने ने कहा कि इस हब में एनएचआइ ग्राहकों को बेस्ट इन क्लास बैंकिंग और इन्वेस्टमेंट सर्विसेस मुहैया करायी जायेगी। एसबीआई वेल्थ के सीजीएम गिरिधर किणि ने कहा कि 44 प्रमुख केंद्रों में यह देश का 121वां वेल्थ हब है। 2022 तक 55 केंद्रों में यह सुविधा देने का लक्ष्य है।
कार्यक्रम के दौरान चेयरमैन ने पुराने ग्राहकों से बात भी की। इसमें रिटायर्ड डीएसपी टीके झा ने चेयरमैन से कहा कि स्टाफ की कमी के कारण शाखाओं में काफी परेशानी हो रही है। झा ने कहा कि एसबीआई की कई योजनाओं की जानकारी ग्राहकों तक नहीं पहुंच पाती है। निजी बैंक ग्राहकों का सही तरीके से देख-भाल करते हैं, जबकि, एसबीआई में विलंब होता है, इसमें पहले चेयरमैन, रजनीश कुमार रांची शाखा परिसर पहुंचे, उन्होंने रांची शाखा के आधुनिक परिसर, आरबीओ-1 एवं आरसीपीसी, रांची के स्थानांतरित परिसर का उद्घाटन किया।
सीएसआर के तहत सहायता राशि सौंपी : चेयरमैन ने सीएसआर के तहत रामगढ़ स्थित रजरणा में मां छिन्नमस्तिका मंदिर न्यास समिति को भक्तजनों के लिए वाटर फिल्टर, मंदिर के अंदर के लिए एसी एव शेड के निर्माण के लिए नौ लाख रुपये की सहायता राशि दी, इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं को मदद राशि सौंपी।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) बिहार-झारखंड में अपनी 57 शाखाओं का नजदीकी शाखाओं में विलय करेगा। ये सभी शाखाएं रांची, जमशेदपुर, बोकारो, पटना, भागलपुर और मुजफ्फरपुर जैसे शहरी क्षेत्रों की होंगी। इसकी प्रक्रिया सितंबर तक पूरी हो जाएगी। शुक्रवार को झारखंड दौरे पर आए एसबीआइ के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि यह बैंक की रणनीति का हिस्सा है। सहयोगी बैंकों के विलय के बाद कुछ क्षेत्रों में बैंकों की संख्या अधिक हो गई थी। रणनीति के तहत अब हर शहरी इलाकों में तय दूरी पर एसबीआइ की शाखा है। फिलहाल पटना रीजन में एसबीआइ की कुल 869 शाखाएं हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं का नहीं होगा विलय
चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि जो भी शाखाएं बंद होंगी उनकी जगह ई-कॉर्नर खोला जाएगा। ताकि ग्राहकों को अचानक किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं के विलय का कोई विचार नहीं है।

जगह रहने पर बैंक लेंगे सिक्का
सिक्कों की समस्या पर चेयरमैन ने कहा कि जगह रहने पर बैंक सिक्का लेने से इन्कार नहीं कर सकते। जगह नहीं रहने पर उनके पास भी कोई विकल्प नहीं होता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही रांची की मुख्य शाखा में हाइटेक सुविधा मिलेगी। इसका काम आखिरी चरण में है।

योनो कैश से कम होगा साइबर क्राइम
एसबीआइ चेयरमैन ने बताया कि साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए लगातार काम हो रहा है। एटीएम क्लोनिंग रोकने के लिए बैंक की सुरक्षा सेल की ओर से अलग-अलग योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसी के तहत योनो कैश की सुविधा शुरू की गई है। इस सुविधा के तहत बिना एटीएम कार्ड के ग्राहक पैसे की निकासी कर सकते हैं।

झारखंड का सीडी रेशियो बेहतर
नकद जमा अनुपात (सीडी रेशियो) में झारखंड की स्थिति पड़ोसी राज्य बिहार से बेहतर है। चेयरमैन ने बताया कि वर्तमान में झारखंड की सीडी रेशियो 35 फीसद है। वहीं पटना की सिर्फ 20 फीसद है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कैश के लेनदेन में निर्वाचन आयोग और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के दिशानिदेर्शों का पालन किया जाएगा। आरबीआइ की ओर से समय-समय पर इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए जाते हैं।