न्यूट्रेली हेल्थ केयर द्वारा 'राष्ट्रीय आयुर्वेदा रत्न अवॉर्ड' और 'राष्ट्रीय खेल रत्न अवॉर्ड' का इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजन

 अतुल कुमार

नई दिल्ली। अल्फस स्टेट गर्वेन्मेंट यूनिवर्सिटी के द्वारा नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में 'आयुवेर्दा रत्न अवॉर्ड' व 'राष्टÑीय खेल रत्न अवॉर्ड' का भव्य आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आयुवेर्दा की तरफ से मेडिसन साईंटिस्ट प्रो.गोविंद प्रसाद दूबे और राष्टÑीय खेल रत्न अवॉर्ड की तरफ से मुख्य अतिथि आॅल इंडिया कबड्डी टीम के कोच और द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित असन कुमार सांगवान दोनों के उपस्थिति में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।





इनके अतिरिक्त कई और माननीय अतिथिगण - दिल्ली माईनोरिटी कमीशन चेयरमैन जाकिर हुसैन, उत्तराखंड लॉ कमिशन फारमर जज हाईकोर्ट जस्टिस डॉ. राजेश टंडन, एडिशनल डायरेक्टर आॅफ एजुकेशन डॉ.सुरेन्द्र सिंह भंडौरिया, स्पेशल रजिडेंस कमिश्नर त्रिपुरा सोनल गोयल, दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सी.पी. जसपाल सिंह, अल्फस स्टेट गर्वेनमेंट यूनिवर्सिटी और न्यूट्रेली हेल्थ केयर के डायरेक्टर डॉ.गुरू प्रकाश, डॉ खुशबू कुमारी, डॉ.नवीन कुमार अग्रवाल व पारूल अग्रवाल, रजिस्ट्रार डॉ.के.डी.आर्या, यूनिवर्सिटी वार्इंस चांसलर डॉ.अंजू भंडारी की देखरेख में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ आये सभी अतिथियोें के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश की गयीं, जिसके कार्यक्रम में आये मुख्य अतिथि, अतिथि व सहयोगियों ने जमकर तारीफ की। 

अल्फस स्टेट गर्वेन्मेंट यूनिवर्सिटी दिल्ली के द्वारा सम्पूर्ण भारत से आये हुए लगभग 50 आयुवेर्दाचार्र्या एवं इनसे सम्बंधित शख्सियतों को 'आयुवेर्दा रत्न अवॉर्ड' मुख्य अतिथियों और अतिथियों के कर कमलों से सम्मानित कराया गया, जिसमें उन्हें एक शॉल, एक प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र सम्मान स्वरूप भेंट किया गया। 

निट्स स्पोर्टस एसोसिएशन आॅफ इंडिया की तरफ लगभग 50 खिलाड़ियों और इनसे सम्बंधित शख्सियतों को 'राष्टÑीय खेल रत्न अवॉर्ड' मुख्य अतिथियों और अतिथियों के द्वारा सम्मानित कराया गया, जिसमें उन्हें एक शॉल, एक प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र सम्मान स्वरूप भेंट किया गया। अल्फस स्टेट गर्वेन्मेंट यूनिवर्सिटी गरीब बच्चों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती है। 

इस कार्यक्रम को शानदार सम्पन्न कराने में डॉ. मोहम्मद अली अंसारी, नेहा गिरी, शाकिर अंसारी, डॉ.विक्रम प्रजापति, नीरज, आदिल एवं अन्य छिपे हुए सहयोगियों का विशेष योगदान रहा।