गौतमबुद्धनगर सीट पर होगा दिलचस्प मुकाबला

 



 गौतमबुद्धनगर। लोकसभा चुनाव के लिए मैदान भी तैयार है और योद्धा भी। भाजपा, कांग्रेस और सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवारों ने अपने नामांकन के पर्चे दाखिल कर दिए हैं। भाजपा के वर्तमान सांसद और कैबिनेट मंत्री डॉ महेश शर्मा एक बार फिर इसी सीट पर चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने डॉ अरविंद सिंह को टिकट दिया है और उन्होंने भी अपने नामांकन का पर्चा दाखिल किया है। जबकि सपा-बसपा गठबंधन के तौर पर बसपा के प्रत्याशी सतवीर नागर ने नामांकन दाखिल किया है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने महिला प्रत्याशी प्रो. श्वेता शर्मा को मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी लोहिया के उम्मीदवार जितेंद्र सिंह हैं। 27 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। तीनों प्रमुख दलों के अलावा कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी पर्चे दाखिल किए हैं। अब जातिगत आधार पर देखा जाए तो एक ब्राह्मण एक ठाकुर और एक गुर्जर प्रत्याशी हैं। तीनों दलों की स्थिति यह है। गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र में लगभग 23 लाख मतदाता हैं जो अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जातिगत आधार पर देखा जाए तो इस सीट पर काफी कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। वर्तमान सांसद भाजपा प्रत्याशी डॉ महेश शर्मा का कई गांव में विरोध देखने को मिल रहा है। पार्टी के अंदर भी कुछ क्षेत्रीय भाजपा कार्यकर्ता डॉ शर्मा का विरोध कर रहे हैं। इसी प्रकार कांग्रेस प्रत्याशी डॉ अरविंद सिंह का भी कांग्रेस के नेता विरोध कर रहे हैं। उनको टिकट दिए जाने पर भी बाहरी व्यक्ति बताकर पार्टी के नेताओं ने विरोध किया था। उनके नामांकन में भी जिले के अधिकांश कांग्रेसी नेता शामिल नहीं हुए। सपा -बसपा गठबंधन प्रत्याशी सतवीर नागर के नामांकन में भी क्षेत्र के सपा नेता शामिल नहीं हुए। सिर्फ सुरेंद्र नागर ही उनके नामांकन में मुख्य रूप से पहुंचे। अब यह सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टी के नेताओं को मनाने में लगे हैं। साथ ही चुनाव प्रचार भी शुरू हो गया है। सभी प्रत्याशी व्यापक जनसंपर्क में लगे हैं। इस सीट पर प्रथम चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा। नामांकन दाखिल करते समय तीनों ही प्रत्याशियों ने अपनी अपनी जीत के दावे किए हैं। इनमें से किसके दावे में कितना दम है यह तो 11 अप्रैल को जनता तय करेगी और 23 मई को जब चुनाव नतीजे आएंगे तब पता चलेगा। फिलहाल इस सीट पर तीनों प्रत्याशियों और जातिगत समीकरण को देखते हुए दिलचस्प मुकाबला होगा।